दिल्ली :- भारत की जान/सफदरजंग का मकबरा /पुनीत कुमार
नमस्कार दोस्तों।कैसे हैं आप? उम्मीद करता हूँ, आप सभी कुशल-मंगल होंगे. पिछली बार मैंने आपको "दिल्ली :- भारत की जान" में क़ुतुब मीनार के बारे में बताया था
आज मैं आपको ले चलूँगा सफदरजंग के मकबरे में
तो चलिए:- सफदरजंग के मकबरे में
आज मैं आपको ले चलूँगा सफदरजंग के मकबरे में
तो चलिए:- सफदरजंग के मकबरे में
सफदरजंग का मकबरा नई दिल्ली के सफदरजंग हवाई अड्डे में स्थित है. अवध वंश के नवाब को सफदरजंग के रूप में जाना जाता था. सफदरजंग का मकबरा पिता नवाब द्वारा बनाया गया था. सफदरजंग का मकबरा भारत में बेहतरीन वास्तुकला के उदहारणों में से एक है. सफदरजंग फारस के प्रांत में पैदा हुआ था और १७२२ में सफदरजंग भारत आ गए थे. कहा जाता है कि सफदरजंग के मामा जी और सआदत खान ने मिलकर सफदरजंग के पिता के सिंहासन पर कब्ज़ा कर लिया था. इसके बाद सफदरजंग ने नादिरशाह को पैसे देकर अपने पिता का सिंहासन वापस लिया.
बाद में मुग़ल बादशाह मुहम्मद शाह ने उनके सम्मान में यह कही थी कि " सफदरजंग ने कुशल प्रशासनिक क्षमता के साथ महान अवध के प्रशासन को संभाल कर रखा.सफदरजंग ने मुहम्मद शाह को बहुमूल्य और आर्थिक सहायता प्रदान की थी. जब अहमदशाह बहादुर दिल्ली के सिंहासन पर चढा तो सफदरजंग ममालिक-य-हिंदुस्तान मुख्यमंत्री था.
सफदरजंग का मकबरा हिंदुस्तान की वजीर स्मृति का स्मरण करने के लिए बनाया गया था. यह एक केंद्र में स्थित है और इसका एक विशाल गुबंद है. इसकी चार-चार इमारते है, जो पानी की नहरों से लिप्त है. नहरों के प्रवेश द्वार को सुशोभ्नता से सजाया गया है. और कोनों में जो टावर है, वह अष्टकोण है और प्रत्येक पशु की कब्र के साथ आयताकार तालाब है.
हां, तो साथियों! मजा आया न, सफदरजंग के मकबरे की सैर करने में
, आगे मिलते हैं ऐस ही किसी और सुहाने सफर में
. लेकिन उसके लिए आपको मेरा साथ देते रहना होगा..तब तक के लिए..नमस्कार...........
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